विश्व मानवाधिकार दिवास पर सरना एकेडमी में कानूनी जागरूकता पर कार्यशाला का आयोजन

खलारी।डालसा राँची के द्वारा विश्व मानवाधिकार दिवस के अवसर पर सरना एकेडमी कुसुम टोला पिपरवार में कानूनी जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। डालसा चाइल्ड प्रोटेक्शन के प्रतिनिधि मुन्नू शर्मा के द्वारा कक्षा 4 से लेकर 10कक्षा तक के छात्र छात्राओं को विधिक जानकारी प्रदान की गई। कार्यक्रम में छात्र छात्राओं को बताया की समाज में सभी को मर्यदा पूर्वक गरिमामय सम्मान से जीवन जीने का अधिकार मानवाधिकार कहलाता है। व्यक्ति के अधिकारों को कानून द्वारा संरक्षण दिया जाता है। जिला विधिक सेवा प्राधिकार डालसा राँची के द्वारा लोगों को जागरूक कर न्याय के माध्यम से विधिक सहायता प्रदान करना है।उन्होंने बताया की विधिक सहायता में निशुल्क अधिवक्ता उपलब्ध कराने आपसी विवाद का निपटारा मध्यस्थता के माध्यम से खत्म करने ,चाइल्ड प्रोटेक्शन के तहत गुड़ टच एवम बैड टच, चाइल्ड हेल्प लाइन नम्बर 1098 की मदद लैंगिक अपराधों के प्रति बनाये गए पॉक्सो एक्ट ,जुवेनाइल जस्टिस एक्ट,बाल विवाह निषेध अधिनियम,मोटर दुर्घटना अधिनियम पर सहायता एवम मुवाबजे की जानकारी सड़क दुर्घटना में घायलों की मदद करने,डायन बिसाही जादू टोने के खिलाफ जागरुकता,बाल मजदूरी से बचाव,दिव्यांगजनों के लिए विधिक सहायता का लाभ, ड्रॉप आउट बच्चों को स्कूल लाने का प्रयास, मनावतस्करी के शिकार होने से बचाव,नशापान से दूर रहने की जानकारी ,साइबर फ्रॉड के प्रति सजगता,पर्यवारण संरक्षण एवम एकल माता पिता के बच्चों के लिए स्पॉन्सरशिप योजना का लाभ के सन्दर्भ में जानकारी प्रदान की गई वहीं मुन्नू शर्मा ने कार्यशाला के दौरान छात्र छात्राओं को बताया कि आज कल बच्चें घरों में माता पिता की बातों को नजरअंदाज कर गलत संगत में पड़ रहें है। उनका खान पान समुचित आहार सही रूप में नही हो पा रहा है फ़ास्ट फूड के प्रति झुकाव स्वस्थ्य को नुकसान पहुँचा रहा है। बच्चों के द्वारा मोबाइल का उपयोग नही दुरुपयोग किया जा रहा है। दिन रात मोबाइल में गेम और अनावश्यक कंटेंट देखने के कारण बच्चों के आंखों में परेशानीयां होने की सम्भवनाएं आ गई है। साथ ही बच्चों के स्वभाव में बदलाव हो रहा है। जिसके कारण बच्चे बात बात पर नाराज चीड़ चिड़ेपन के शिकार हो रहें इससे उनके मेंटल हेल्थ पर भी असर पड़ रहा है। वहीं आत्महत्या जैसी घटनाओं पर रोक लगाने के लिए बताया कि मानसिक अवसाद या किसी भी परेशानी में लोगों को भीड़ भाड़ वाली जगह पर जाना चाइए या अपने परिचित दोस्त परिवार वालों के बीच बैठ कर उनके साथ समस्याओं को शेयर करना चाइए ताकि मन में उत्पन्न तनाव का बोझ मस्तिक से बाहर आ सके और इस सुसाइड जैसी घटनाओं पर लगाम लगाया जा सके। कार्यक्रम में विद्यालय के निदेशक महेंद्र उराँव प्रधानचार्य गोपाल सिंह, उप प्रधानाचार्य ओम प्रकाश गुप्ता, शिक्षक रतन सिंह, बलबीर यादव, रोहित कुमार साहू, सुरेंद्र चौहान, आजाद सर, शिक्षिका खुशी झा, रोस्टिं मिंज, सुनीता कुमारी, अनुशिखा लकड़ा, सगुप्ता परवीन, रिया सिन्हा, रिया रौंदा, प्रिया रौंदा, क्रांति हंसदा, गुनगुन कुमारी, दिव्या कुमारी, संगीता कुमारी, रूपाली कुमारी, और विद्यालय के सभी बच्चे उपस्थित रहे।

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